प्रतिनिधि, दरभंगा
लनामिवि की ओर से पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पीएटी 2023 एवं 24) का आयोजन फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में होने की संभावना है. इसके लिए आवेदन 15 जनवरी से लिया जा सकता है. इस बाबत 10 जनवरी तक अधिसूचना जारी हो जायेगी. परीक्षा नियंत्रक प्रो. विनोद कुमार ओझा ने बताया कि अनुमानित रूप से विषयवार रिक्तियां मिल चुकी है. सभी विभागाध्यक्षों को विभागीय शोध परिषद की बैठक के माध्यम से शोध पर्यवेक्षकों की वैधता एवं रिक्तियां तय कर सूची मांगी गयी है. कहा कि अवकाश के कारण पीएटी आयोजन के लिए वीसी की अध्यक्षता वाली कोर कमेटी की बैठक नहीं हो पायी है. जल्द ही बैठक आयोजित कर संबंधित सभी बिंदुओं पर निर्णय ले लिया जायेगा.
आवेदन रिक्तियां
विषय
–
■10 जनवरी तक जारी होगी अधिसूचना
विषय
आवेदन रिक्तियां
एआइएच
03 12
मैथिली
29
87
वनस्पति विज्ञान
10
28
गणित
24
81
• रसायन विज्ञान
10
31
संगीत
05
19
वाणिज्य व प्रबंधन
09
27
पर्शियन व उर्दू
22
80
अर्थशास्त्र
27
74
दर्शनशास्त्र
14
49
शिक्षा
65
210
भौतिकी
11
28
अंग्रेजी
14
57
राजनीति विज्ञान
12
25
भूगोल
10
30
मनोविज्ञान
a
35
96
हिंदी
41
141
संस्कृत
07
14
स
इतिहास
31
95
समाजशास्त्र
06
15
• गृहविज्ञान
04
13
जंतुविज्ञान
11
34
र
विवि के तहत अंतिम बार होगा पीएटी का आयोजन
बताया जाता है कि यूजीसी के दिशा- निर्देश के तहत विवि सीधे अपने स्तर से अंतिम बार पीएटी आयोजित करने जा रहा है. साथ ही दो सत्र का पीएटी एक साथ हो रहा है. इसलिए वैध पाये जाने वाले विषयवार सभी शोध पर्यवेक्षक के अधीन अधिक से अधिक सीट का इस बार उपयोग में लाये जाने की संभावना जतायी जा रही है.
लगभग दो माह से चल रही पीएटी आयोजन की तैयारीः पीएटी आयोजन की तैयारी लगभग दो माह से चल रही है. 18 नवंबर को इसे लेकर गठित एडवाइजरी कमेटी की बैठक हो चुकी है. इसमें 2023 एवं 2024 की पीएटी एक साथ आयोजित करने तथा इस निर्णय की अनुमति राजभवन से
प्राप्त करने पर सहमति बन चुकी है. 400 प्राध्यापकों ने शोध पर्यवेक्षक बनने के लिए कर रखा है आवेदनः
बता दें कि शोध पर्यवेक्षक बनने के इच्छुक प्राध्यापकों से आवेदन प्राप्त किये जा चुके हैं. 400 प्राध्यापकों ने शोध पर्यवेक्षक बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है. बताया जाता है कि अगर सभी आवेदक की अर्हता वैध हो तो उनके अधीन पीएचडी के लिए कुल 1246 रिक्तियां बनती है. परंपरा के अनुसार विवि पूर्व में कुल रिक्ति का एक तिहाइ ही ही जारी करता है. अगर परंपरा को इस वर्ष भी अपनाया
जाता है तो भी 415 रिक्तियां पीएटी के म लिए बनती है.
दो दर्जन विषयों में पीजी की होती स पढ़ाईः बता दें कि लनामिवि के अधीन स
दो दर्जन विषयों में पीजी की पढ़ाई नि होती है. इधर, पीएटी के आयोजन में विलंब से पीजी के सत्र 2020-22, 2021-23 एवं 2022-24 सहित अन्य सत्र के उत्तीर्ण छात्र छात्रा परेशान हैं. वे सभी पीएचडी एडमिशन क टेस्ट का इंतजार

